बहुत से लोग जिनके नाम में ज्यादातर आर और आई लगा होता है ,उन्होंने मुझे बड़ा ज्ञान दिया की जब मैं एक्स पार्टी या एक्स नेता के खिलाफ बोलता हूँ तो घोर हिन्दू विरोधी कार्य करता हूँ । क्या वास्तव में मैं हिन्दू विरोधी हूँ ?? या वे हिन्दू विरोधी है जो हिन्दुओ को नकली सामान यहाँ तक की दवाइयां भी बेचते है ,मैं हिन्दू विरोधी हूँ या जो जमाखोरी ,कर रहे है ,हिन्दू किसानो को भी लूट रहे है और मुनाफाखोरी कर सभी हिन्दुओ को भी लूट रहे है । मैं हिन्दू विरोधी हूँ या जिन्होंने फ़ौज के सिपाहियों के ताबूत और कफ़न में भी दलाली खाई वे हिन्दू विरोधी है । मैं हिन्दू विरोधी हूँ या जो खुद अपने समाज की बेटी के बाप से शादी में सौदेबाजी करते है वे हिन्दू विरोधी भी है और समाज विरोधी भी । मैं हिन्दू विरोधी हूँ या जो गर्भ में ही हिन्दू बेटियों की हत्या कर आगे के लिए समाज का रास्ता रोक रहे है वे हिन्दू विरोधी है ??????
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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सोमवार, 16 सितंबर 2013
हा मै हूँ और मेरी तन्हाई मेरे साथ है ,मेरे सपने मेरे साथ है .जिम्मेदारियों का अहसास भी साथ है जो मुझे हारने नहीं देते .अकेलापन ओढ़े हुए मै चल रहा हूँ लगातार की कोई तों मेरी भी मंजिल होगी जहाँ मै रहूँगा और तन्हाई नहीं होगी .चलना ही जिंदगी है .
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