बहुत से घर के चिराग बुझ गए और नहीं जलेगा चूल्हा पता नहीं कब तक
तो
कुछ कोठिया हैं जहा पकवान बन रहे होंगे ख़ुशी के और जाम टकरा रहे होंगे
उन्हें पकवान में कुछ लोगो की पथराई हुयी आखो की उदासी नहीं दिखती होगी
और जाम में पता नहीं जाम ही दिखता है या इंसानों का लहू भी दिखता है
क्या ये लोग सचमुच ऊपर वाले के पैदा किये हुए इंसान ही हैं ? मुझे तो शक है
अगर ये इंसान है ------- तो फिर ------ शैतान क्या होता है ?
मेरी आत्मा ,मेरा वजूद ,मेरी शिक्षा ,मेरे शिव ,मेरे राम ,मेरे कृष्ण जवाब चाहते है
तो
कुछ कोठिया हैं जहा पकवान बन रहे होंगे ख़ुशी के और जाम टकरा रहे होंगे
उन्हें पकवान में कुछ लोगो की पथराई हुयी आखो की उदासी नहीं दिखती होगी
और जाम में पता नहीं जाम ही दिखता है या इंसानों का लहू भी दिखता है
क्या ये लोग सचमुच ऊपर वाले के पैदा किये हुए इंसान ही हैं ? मुझे तो शक है
अगर ये इंसान है ------- तो फिर ------ शैतान क्या होता है ?
मेरी आत्मा ,मेरा वजूद ,मेरी शिक्षा ,मेरे शिव ,मेरे राम ,मेरे कृष्ण जवाब चाहते है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें