जमाखोरी ,मिलावटखोरी और मुनाफाखोरी करने वाले कायर सारे काम कायरता से
ही करते है । ये कभी कही बहादुरी से सामने नहीं आते बल्कि ये लोग या तो ये
सारे काले कारनामे करते है या फिर किसी दीवार और कही खाली जगह लगे हुए नेमप्लेट या बोर्ड पर अपनी मर्दानगी दिखाते है । असली हिन्दू तो ऐसा नहीं होता है । जय हिन्द ।
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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रविवार, 25 अगस्त 2013

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