सुना है ,आगामी २ अक्टूबर ,यानी अहिंसा के पुजारी ,महात्मा गाँधी के जन्मदिन पर, दूसरो को अपने से ज्यादा अपनाने की शिक्षा देने वाले, भगवान श्रीकृष्ण की मथुरा में, गाँधी जी की हत्या करने वाली और हिटलर को आदर्श मानने वाली जमात के लोगो और हिटलर के आधुनिक अवतार का हल्ला बोल है । परमात्मा खैर करे और उत्तर प्रदेश के साथ साथ देश को कुछ अप्रिय होने से बचाए ।जय हिन्द ।
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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शुक्रवार, 30 अगस्त 2013

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