मुझे यहाँ धमकी दी गयी कि ;; तेरी औकात ही क्या है जब गाँधी को गोली मारी जा सकती है तो तू क्या है ;;; मैंने इस महान हिन्दू वादी और मोदी भक्त का कमेन्ट डिलीट कर दिया और उन्हें ब्लोक भी कर दिया । कोई कम्प्लेंट भी नहीं कर रहा हूँ क्योकि मैं जनता हूँ की मिलावटखोर और कालाबजारिये मूलतः बहुत कायर होते है । हाँ मेरी आत्मा को बहुत दुःख होगा अगर मैं किसी इतने गंदे और कायर के हाथ से मरा । मौत तो सभी की होनी है एक दिन पर मुझ जैसे की मौत इंसानियत और देश के लिए होनी चाहिए ये इच्छा जरूर है । पर कायरो मेरी तुमसे लड़ाई और धार के साथ जारी रहेगी ।
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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खोज नतीजे
बुधवार, 28 अगस्त 2013
हा मै हूँ और मेरी तन्हाई मेरे साथ है ,मेरे सपने मेरे साथ है .जिम्मेदारियों का अहसास भी साथ है जो मुझे हारने नहीं देते .अकेलापन ओढ़े हुए मै चल रहा हूँ लगातार की कोई तों मेरी भी मंजिल होगी जहाँ मै रहूँगा और तन्हाई नहीं होगी .चलना ही जिंदगी है .
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