सबको शिकायत है भ्रस्ताचार से और सभी बुराइयों से ।पर जिंदगी भर इमानदार
रहने वाला जब बच्चे को पढ़ाने जाता है तो लाखो की फीस इमानदारी के पैसे से
जमा नहीं होती ,जब इलाज के लिए जाता है और बीमारी बड़ी हो तो इमानदारी उसके
काउंटर पर भो खोटा सिक्का बता दी जाती है और बेटी की शादी तो हो ही नहीं
सकती क्योकि ईमानदारी प्रशंसा नहीं बल्कि उपहास का विषय बन जाती है और दहेज़
के तराजू में इसका पलड़ा आसमान देखने लगता है ।
किस विषय पर ईमानदारी की तारीफ करे ।जाने दीजिये ये उपदेश की चीज है दूसरो के लिए बाकी जेब भरी हो तो आदेश दीजिये की क्या चाहिए ।
किस विषय पर ईमानदारी की तारीफ करे ।जाने दीजिये ये उपदेश की चीज है दूसरो के लिए बाकी जेब भरी हो तो आदेश दीजिये की क्या चाहिए ।
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