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रविवार, 9 जून 2013

ऐसा इतिहास बताता है की बहुत से लोग जो प्रदेशो के बड़े नेता थे ,शेर की तरह दहाड़ते थे ,तमाम लोगो को हजम कर गये ,बहुत सफल मुख्यमंत्री थे ,प्रशासन उनसे कांपता था वे दिल्ली आकार प्रधानमंत्री तो दूर बहुत ही फ्लाप सासंद और नितांत फ्लाप मंत्री साबित हुए । गली और दिल्ली में बहुत अंतर है । देश बहुत बड़ा है ,बहुत से समुदाय बड़ी संख्या में रहते है और अगर हिटलर सारी कोशिश कर भी किसी समुदाय को मिटा नहीं पाया तो भारत में तो और भी मुश्किल है । भारत को चलाने के लिए बड़ी सोच ,बड़ा दिल और बड़ा दिमाग चाहिए । मैंने नाम किसी का नहीं लिया पर यहाँ लोग नाम लिए बिना नहीं मानेंगे । बस एक ही नारा है हिन्दुस्तान का जय हिन्द । कोई नया गढ़ने की कोशिश न करे ।

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