अब ये भगवांन की गलती तो नहीं है की आप उनकी चौखट पर वर्षो से माथा रगड़ रहे हो और वो पत्थर ही बने हुए है ।
उन्होंने कब कहा माथा रगड़ने और हाजिरी देने को और ये भी कब कहा की वो पत्थर नहीं बल्कि दिल दिमाग वाले जीव है ।
बाकी भक्तो की मर्जी ।
उन्होंने कब कहा माथा रगड़ने और हाजिरी देने को और ये भी कब कहा की वो पत्थर नहीं बल्कि दिल दिमाग वाले जीव है ।
बाकी भक्तो की मर्जी ।
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