पत्तों
को जलाने या उन पर डंडा चलाने से क्या होगा ।पेड़ भी रहेगा और जड़ें भी और
आप का सारा क्रोध निरर्थक हो जायेगा तथा डंडे चलाते चलाते आप शिथिल हो
जायेंगे ।अगर इरादा चाणक्य का हो तो जड़ो में मट्ठा डालना चाहिए ।
इसका मतलब निकलना अपना अपना काम है ।
इसका मतलब निकलना अपना अपना काम है ।
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