ये अमेरिका में ताली बजाने वाले और भारत की तर्ज पर नारा लगाने वाले कितने
में मिले ? इनको मैनेज करने वाले जो एक महीने पहले से अमेरिका में डेरा
डाले है उन भाजपाइयो और संघियों को क्या इनाम मिलेगा और मीडिया में बैठे
संघी दोस्तों को कुछ ऊपर से मिल रहा है या नहीं दिवाली गिफ्ट में या
कमिटमेंट है नागपुर के प्रति ,,,,अरे वही वाला हस्तिनापुर के सिंहासन से
बंधे होने वाला |
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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खोज नतीजे
बुधवार, 1 अक्टूबर 2014
हा मै हूँ और मेरी तन्हाई मेरे साथ है ,मेरे सपने मेरे साथ है .जिम्मेदारियों का अहसास भी साथ है जो मुझे हारने नहीं देते .अकेलापन ओढ़े हुए मै चल रहा हूँ लगातार की कोई तों मेरी भी मंजिल होगी जहाँ मै रहूँगा और तन्हाई नहीं होगी .चलना ही जिंदगी है .
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