दोस्तों गुजरात के बारे में सर्वोच्च न्यायलय ने कार्यवाही चलाने के लिए निचली अदालत को भेज दिया है | भा० ज० पा० कह रही है की मोदी जीत गए | क्या सचमुच मोदी जीत गए ? वैसे क्या सचमुच गुजरात की घटनाओं में मोदी का हाथ नहीं था ?तब अटल जी ने क्यों कहा था की मोदी ने राजधर्म नहीं निभाया ? कोई वर्णन करेगा की गुजरात में मोदी ने क्या ,क्या करवाया था जब दंगे हुए थे ?
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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सोमवार, 12 सितंबर 2011
हा मै हूँ और मेरी तन्हाई मेरे साथ है ,मेरे सपने मेरे साथ है .जिम्मेदारियों का अहसास भी साथ है जो मुझे हारने नहीं देते .अकेलापन ओढ़े हुए मै चल रहा हूँ लगातार की कोई तों मेरी भी मंजिल होगी जहाँ मै रहूँगा और तन्हाई नहीं होगी .चलना ही जिंदगी है .
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