समाजवादी पार्टी के सभी ८ विधान परिषद् उम्मीदवार चुनाव जीते और बीजेपी का
धन्ना सेठो के पैसे के दम पर और मोदी नाम का इस्तमाल करके तथा भविष्य में
टिकेट देने का लालच देकर और दल बदल करवा कर चुनाव जीतने का मंसूबा चकनाचूर
हो गया | बीजेपी का घमंड भी चकनाचूर हो गया | शायद उसके अहंकार का बुखार अब
उतर जाये | सभी समाजवादी विजेता उम्मीदवारों को बधाई |
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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शुक्रवार, 23 जनवरी 2015
हा मै हूँ और मेरी तन्हाई मेरे साथ है ,मेरे सपने मेरे साथ है .जिम्मेदारियों का अहसास भी साथ है जो मुझे हारने नहीं देते .अकेलापन ओढ़े हुए मै चल रहा हूँ लगातार की कोई तों मेरी भी मंजिल होगी जहाँ मै रहूँगा और तन्हाई नहीं होगी .चलना ही जिंदगी है .
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