आगरा में अन्ना आन्दोलन के बाद बहुत अच्छी बातें देखने को मिल रही है ,आगरा पुलिस को शपथ दिला दी गयी है की अब इमानदार रहे ,ये दल के जाने माने नेता एक दिन पहले अन्ना के समर्थन में दलगत मजबूरी के कारण बोल रहे थे और एक दिन बाद २३ करोड़ आयकर विभाग के सामने घोषित करना पड़ गया | अच्छे दोस्त है इसलिए दुःख हुआ ,किस बात पर ? जाने दीजिये !
समाज हो या सरकार, आगे तभी बढ़ सकते हैं, जब उनके पास सपने हों, वे सिद्धांतों कि कसौटी पर कसे हुए हो और उन सपनों को यथार्थ में बदलने का संकल्प हो| आजकल सपने रहे नहीं, सिद्धांतों से लगता है किसी का मतलब नहीं, फिर संकल्प कहाँ होगा ? चारों तरफ विश्वास का संकट दिखाई पड़ रहा है| ऐसे में आइये एक अभियान छेड़ें और लोगों को बताएं कि सपने बोलते हैं, सिद्धांत तौलते हैं और संकल्प राह खोलते हैं| हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं और कहेंगे, विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊँचा रहे हमारा|
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बुधवार, 31 अगस्त 2011
हा मै हूँ और मेरी तन्हाई मेरे साथ है ,मेरे सपने मेरे साथ है .जिम्मेदारियों का अहसास भी साथ है जो मुझे हारने नहीं देते .अकेलापन ओढ़े हुए मै चल रहा हूँ लगातार की कोई तों मेरी भी मंजिल होगी जहाँ मै रहूँगा और तन्हाई नहीं होगी .चलना ही जिंदगी है .
मंगलवार, 30 अगस्त 2011
आगरा कभी अपने लिए खुद नहीं लड़ा और न खड़ा हुआ पर समाचार जगत अगर चाहे तो आगरा खड़ा भी हो सकता है और लड़ने का अभिनय भी कर सकता है बशर्ते नाम और फोटो छपने की गारंटी हो |
हा मै हूँ और मेरी तन्हाई मेरे साथ है ,मेरे सपने मेरे साथ है .जिम्मेदारियों का अहसास भी साथ है जो मुझे हारने नहीं देते .अकेलापन ओढ़े हुए मै चल रहा हूँ लगातार की कोई तों मेरी भी मंजिल होगी जहाँ मै रहूँगा और तन्हाई नहीं होगी .चलना ही जिंदगी है .
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